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मनुष्य की सबसे बड़ी कामना स्वयं को हर तरह से सुरक्षित रखने की होती है। सबसे पहले वह अपने प्राण और स्वास्थ्य की सुरक्षा चाहता है। स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए वह तरह-तरह के उपाय रता है, डॉक्टर-वैद्य के पास जाता है, योग-प्राणायाम करता है। एक उम्र तक पहुँचते-पहुँचते जब उसकी ऊर्जाएँ-क्षमताएँ क्षीण होने लगती हैं तो वह फिर किसी संजीवनी की तलाश में लग जाता है जिससे कि उसकी ऊर्जाएँ बनी रहें और वह पहले की तरह स्वस्थ, सुन्दर, जीवन प्राप्त कर सके।
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MINNIE PANDIT

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