Details
हिंदी साहित्य ज्ञानकोश साहित्य के विद्यार्थियों के लिए ही नहीं, उन सभी पाठकों और जिज्ञासुओं के लिए एक धरोहर है जो धर्म, संस्कृति, समाज-विज्ञान, मीडिया, कला-साहित्य, पर्यावरण आदि विषयों के साथ अपने देश और विश्व की सभ्यताओं को समझना चाहते हैं। पिछले 50 सालों में दुनिया में ज्ञान के जो विस्फोट हुए हैं, उनकी नई रोशनी में भारतीय भाषाओं में हिंदी में बना यह पहला ज्ञानकोश है। हिंदी साहित्य ज्ञानकोश का इस्तेमाल सहज ढंग से किया जा सकता है। इसके सातों खंड खुली खिड़कियों की तरह हैं। इन्हें अकारादि क्रम से देखा जा सकता है। इसके अलावा, पाठक विषयवार खंडों से अपनी रुचि और जरूरत के अनुसार प्रविष्टियाँ चुन कर पढ़ सकते हैं। यह ज्ञानकोश साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अध्ययन की बनी चहारदीवारियों को तोड़ता है और पाठक को जीवंत बनाए रखता है। अतीत और पश्चिम से आच्छादित हुए बिना आलोचनात्मक समावेशिकता ही हिंदी साहित्य ज्ञानकोश के निर्माण की बुनियादी दृष्टि रही है।
Additional Information
No Additional Information Available
About the writer
SHAMBUNATH

Books by SHAMBUNATH
- KAVI KI NAI DUNIYA
- JAATIVAD AUR RANGBHED
- SAMAJIK KRANTI KE DASTAVEJ (1 Vol Set)
- SAMAJIK KRANTI KE DASTAVEJ (2 Vol Set)
- Samajik Kranti Ke Dastavej-I
- Samajik Kranti Ke Dastavej (Volume - 2)
- BHARAT KI PAHCHAN
- NAITIK SATYA
- Abul Aalam Azad
- Sahjanand Sarswati
- Ramkrishan Pramhans
- HINDI UPANYAS : RASHTRA AUR HASHIYA
- HINDI UPANYAS : RASHTRA AUR HASHIYA
- Hindi Patrakarita : Humari Virasat -1(2 Vol)
- Hindi Patrakarita : Humari Virasat -2 (2 Vol)
- HINDU MITHAK AADHUNIK MAN
- Hindi Sahitya Gyankosh (1 to 7 Volume Set)
- Kavi Ki Nai Duniya
- Bharat Ki Awdharna
- Bharat Ki Awdharna
- Sanskritee Kee Uttarkatha
- Sabhyata Se Samvad
Customer Reviews
- No review available. Add your review. You can be the first.